4 सितंबर, 1975 को दिल्ली में जन्मे ऋषि राज भारत सरकार के परिवहन क्षेत्र से जुड़े सार्वजनिक उपक्रम में संयुक्त निदेशक के समकक्ष पद पर कार्यरत हैं। सन् 1994 में भारतीय रेल कीसेवा में नियुक्ति से भारत भ्रमण कि शुरुआत हुई। अभी तक देश के 36 में से 34 राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में भ्रमण कर चुके हैं। सन् 2012 में कैलाश मानसरोवर की यात्रा के अनुभवों पर पहली पुस्तक ‘कैलाश दर्शन—कुछ यादें, कुछ बातें’ से लेखन शुरू किया। इस पुस्तक को भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने ‘राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार’ से सम्मानित किया। सन् 2015 में ही उनकी पुस्तक ‘अतुल्य भारत की खोज’ और फिर सन् 2017 में ‘देशभक्ति के पावन तीर्थ’ की रचना की। सन् 2018 में इसका अंग्रेजी संस्करण ‘Patriotic Pilgrimage of India’ आया। अभी तक देशभक्ति व पर्यटन स्थलों से जुड़ी करीब 25 वीडियो का भी निर्माण कर चुके हैं, जो इनके यू ट्यूब चैनल पर उपलब्ध हैं।
Deshbhakti Ke Pavan Teerth (PB)
यह पुस्तक समावेश है यात्रा-वृत्तांत और वीरों से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों का, जिसमें लेखक ने प्रयास किया है कि वे अत्यंत रोचक तरीके से आज की पीढ़ी को हमारे देश के स्वर्णिम इतिहास से अवगत करवाएँ। इस पुस्तक की शुरुआत 1857 की क्रांति से जुड़े स्थानों जैसे की बैरकपुर (पश्चिम बंगाल), वेल्लोर (तमिलनाडु) और मेरठ से की गई, जहाँ से आजादी की लौ प्रज्वलित हुई थी। भारत में इन जगहों के इतिहास पर तो आपको कई पुस्तकें मिल जाएँगी, पर यात्रा-वृत्तांत के साथ इतिहास के इस अनूठे मेल पर ऐसी पुस्तक शायद पहली बार प्रकाशित हो रही है। लेखक पाठक को 1857 के क्रांति स्थलों से लेकर 1999 के कारगिल युद्ध से जुड़े स्थानों पर लेकर गए हैं। इसके अलावा सेल्लुलर जेल, हुसैनीवाला, सियाचिन और जलियावाला बाग पर भी अध्याय हैं। इस पुस्तक के द्वारा लेखक ने हमारे देशभक्त और जांबाज सैनिकों और देश के लिए अपना सर्वस्व लुटानेवाले अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। लेखक का प्रयास है कि हमारी सांस्कृतिक विरासत और वीरों की अमर गाथा और उनसे जुड़े स्थानों का ज्ञान आज की युवा पीढ़ी तक पहुँचाया जाए, ताकि उनमें देश में राष्ट्रघाती ताकतें, जो समय-समय पर सिर उठाती रहती हैं, उनका दमन करने की शक्ति मिले और देशभक्ति की लौ को तीव्र गति से प्रज्वलित किया जा सके। भारत माँ के वीर सपूतों का पुण्य-स्मरण कर उनके प्रति विनम्र आदरांजलि है यह पुस्तक।
Rs.200.00
Weight | 0.250 kg |
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Dimensions | 8.7 × 5.57 × 1.57 in |
- Rishi Raj
- 9789386300041
- Hindi
- Prabhat Prakashan
- 1st
- 2021
- 216
- Soft Cover
- 250 Grams
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