ISBN- 9789355213792- The Hidden Hindu-1, द हिडन हिंदू-1
ISBN- 9789355218841- The Hidden Hindu -2, द हिडन हिंदू-2
ISBN- 9789355216144- The Hidden Hindu -3, द हिडन हिंदू-3
The Hidden Hindu (Hindi) Set Of 3
The Hidden Hindu (Hindi) Part-1
“इक्कीस साल का पृथ्वी एक अधेड़ और रहस्यमयी अघोरी ओम् शास्त्री की तलाश कर रहा है, जिसे पकड़कर भारत के एक सुनसान द्वीप पर अत्याधुनिक सुविधाओं के बीच भेज दिया गया | विशेषज्ञों की एक टीम ने जब उस अघोरी को नशे की दवा दी और पूछताछ के लिए सम्मोहित किया, तो उसने दावा किया कि वह सभी चार युगों-सतयुग, त्रेता, द्वापर व कलियुग–(हिंदू धर्म के अनुसार चार युग) को देख चुका है और रामायण तथा महाभारत की घटनाओं में हिस्सा ले चुका है |
जीवन के बाद मृत्यु के नियम को भी बेअसर साबित करनेवाले ओम् के अविश्वसनीय अतीत से जुड़े खुलासे सभी को हैरान कर देते हैं। उस टीम को यह भी पता चला कि ओम् हर युग के दूसरे अमर लोगों की भी तलाश कर रहा है। ऐसे विचित्र रहस्य अगर सामने आ गए तो प्राचीन धारणाएँ हिल जाएँगी और भविष्य की दिशा ही बदल जाएगी। तो यह ओम् शास्त्री कौन है? उसे पकड़ा क्यों गया? पृथ्वी उसे क्यों ढूँढ़ रहा है?
सवार हो जाइए ओम् शास्त्री के रहस्यों, पृथ्वी की तलाश और हिंदू पौराणिक कथाओं के रहस्यों से भरे अन्य अमर लोगों के कारनामों की इस नाव पर, और चलिए एक रोचक और रोमांचक यात्रा पर|”
The Hidden Hindu (Hindi) Part-2
अब भी अतीत की बातों के उत्तर ढूँढ़ते ओम् का साक्षात्कार अज्ञात से होता है। मृत संजीवनी पुस्तक दुष्टों के हाथ लग जाने के बाद क्या धर्मपरायण लोग विजयी हो पाएँगे? मृत संजीवनी में कौन से रहस्य हैं, जो गलत हाथों में पड़ने पर अराजकता और विनाश ला सकते हैं ?
ओम् कौन है ? एल.एस.डी. और परिमल की वास्तविकता क्या है ? अन्य अमर लोग कहाँ छिपे हैं? क्या हैं ये शब्द, जो अजीबोगरीब गूढ़ जगहों में बिखरे पड़े हैं और नागेंद्र इन्हें क्यों इकट्ठा कर रहा है ?
‘द हिडन हिंदू-2′ के साथ एक रोमांचक यात्रा पर उन स्थानों तक चलिए, जहाँ आप पहले कभी नहीं गए हैं, जबकि अविभाज्य त्रिमूर्ति उन शब्दों को ढूँढ़ती है, जिनका नश्वर, , देवताओं और राक्षसों के लिए अमरता से भी बड़ा एक उद्देश्य है ।”
The Hidden Hindu (Hindi) Part-3
देवध्वज कौन है–नागेंद्र या ओम ? परिमल और एल.एस.डी. एक-दूसरेपर भरोसा नहीं कर पाते हैं; जबकि नागेंद्र मृत्यु हो जाने के बाद भी पुनर्जीवित होजाता है–पूर्ण स्वस्थ और पहले से कहीं अधिक शक्तिशाली रूप में । परशुरामऔर कृपाचार्य धराशायी हो चुके ओम् के अतीत में उलझ गए हैं; जबकि वृषकपिनिश्चित मृत्यु से लड़ रहा है, जो मिलारेपा को पहले ही निगल चुकी है।
शक्तिशाली अश्वत्थामा समझ नहीं पाते कि अन्य चिरंजीवी सभी मोर्चों परकैसे नष्ट हो गए । शेष शब्द कहीं छपे हैं ? क्या नागेंद्र उन सभी को ढूँढ़कर श्लोकपूरी कर पाएगा, या जो चिरंजीवी हैं, वे उसे रोक लेंगे ? निश्चित विनाश की ओरबढ़ते चिरंजीवी लोगों के अप्रत्याशित रहस्य को जानें, जिनका समय समाप्त होताजा रहा है।
Rs.720.00 Rs.900.00
Weight | 0.850 kg |
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Dimensions | 8.7 × 5.57 × 2.5 in |
- Akshat Gupta
- Hindi
- Prabhat Prakashan
- 2023
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