Paperback
Showing 1249–1272 of 1543 results
-
Hindi Books, Prabhat Prakashan, इतिहास, जीवनी/आत्मकथा/संस्मरण
Shivkamini Mahadevi Ahilyabai(PB)
दिव्य मातृशक्ति, वीर माताओं, आध्यात्मिक नारियों व वीरांगनाओं कीअग्रणी पंक्ति को आलोकित करने वाली देवी अहिल्याबाई होल्कर की सोचकी व्यापकता ही तो थी, जो उन्होंने अपने राज्य की सीमाओं के बाहर भी भारतभर के प्रसिद्ध तीर्थ स्थानों, पवित्र नदी घाट, कुओं और बावड़ियों का निर्माणकरवाया, मार्ग बनवाए व उनका पुनर्निर्माण कराया, भूखों के लिए अन्नक्षेत्रखोले, प्यासों के लिए प्याऊ लगाए, मंदिरों में शास्त्रों के मनन-चिंतन औरप्रवचन हेतु विद्वानों की नियुक्ति की तथा आत्म-प्रतिष्ठा के झूठे मोह का त्याणकरके सदा न्याय करने का प्रयास अपने आखिरी क्षणों तक करती रहीं । अपनेजीवनकाल में ही जनता इन्हें देवी मानकर पूजने लगी थी |
धर्मानुराणी व प्रजावत्सल लोकमाता अहिल्याबाई के यशस्वी जीवन कीगौरवणाथा है यह पुस्तक |
SKU: n/a -
Hindi Books, MyMirror Publishing House Pvt. Ltd, अध्यात्म की अन्य पुस्तकें
Shree Khetra Girnar
लेखकाने वाणिज्य पदवी व कामगार कायदेविषयक पदव्युत्तर शिक्षण घेतले आहे. घरात पहिल्यापासून आध्यात्मिक वातावरण असल्याने शालेय जीवनापासूनच गुरुचरित्र पारायण केले आहे. सर्व कौटुंबिक जबाबदार्या सांभाळून पत्नीच्या परवानगीने गेली अनेक वर्ष गुरू दत्तात्रेयांचे पादुका व योगसिद्धी स्थान असलेल्या श्री क्षेत्र गिरनार, गुजरात येथे गेली 20 वर्षे गुरू दत्तात्रेयांच्या पादुका स्थानी दर्शनाचा योग. जुलै 2018 मध्ये सर्व प्रथम मोबाईलवर गिरनार विषयी लेखन, त्याची एकूण 15 पुष्पे प्रसिद्ध. मोबाईलवरून प्रसिद्ध केल्यानंतर त्याला जगभरातून प्रतिसाद मिळाला आहे. 2011 साली नर्मदा मैयेची परिक्रमा पूर्ण केली आहे. त्याची एकोणचाळीस पुष्पे प्रसिद्ध. नर्मदा परिक्रमेच्या लेखनात धार्मिक व पारंपरिक बाजूंबरोबरच जनजीवन, सामाजिक व आर्थिक परिस्थितीचा अभ्यासपूर्ण आढावा घेतला आहे.
SKU: n/a -
Gita Press, Hindi Books, महाभारत/कृष्णलीला/श्रीमद्भगवद्गीता
Shri Bhishma Pitamah 0138
श्री भीष्मपितामह का जीवन त्याग और शौर्य का अनुपम उदाहरण है। भगवान् श्री कृष्ण के प्रति इनकी भक्ति अनुकरणीय है। इस पुस्तक में महाभारत एवं श्रीमद्भागवत के आधार पर श्री भीष्मपितामह के सम्पूर्ण जीवन-चरित्र का अत्यन्त रसमय वर्णन किया गया है।
SKU: n/a -
English Books, Gita Press, अध्यात्म की अन्य पुस्तकें, महाभारत/कृष्णलीला/श्रीमद्भगवद्गीता
Shri Bhishma Pitamah, English 2187
English Books, Gita Press, अध्यात्म की अन्य पुस्तकें, महाभारत/कृष्णलीला/श्रीमद्भगवद्गीताShri Bhishma Pitamah, English 2187
The entire life of Bhishma Pitamah is an excellent example of renunciation and valour. His sense of devotion towards Lord Shri Krishna is worth imitating upon. The remarkable events of Bhishma Pitamaha’s life based on the Mahabharat and the SrimadBhagavat have been picturesquely described in this book
SKU: n/a -
-
Prabhat Prakashan, Suggested Books, जीवनी/आत्मकथा/संस्मरण
Shri Guruji : Prerak Vichar (Hindi)
विश्व के सबसे बड़े स्वयंसेवी संगठन ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’ के द्वितीय सरसंघचालक श्री माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर उपाख्य ‘श्रीगुरुजी’ आध्यात्मिक विभूति थे। सन् 1940 से 1973 तक करीब 33 वर्ष संघ प्रमुख होने के नाते उन्होंने न केवल संघ को वैचारिक आधार प्रदान किया, उसके संविधान का निर्माण कराया, उसका देश भर में विस्तार किया, पूरे देश में संघ की शाखाओं को फैलाया।
SKU: n/a -
Hindi Books, Rajasthani Granthagar, अध्यात्म की अन्य पुस्तकें, इतिहास
Shri Karni Mata Ke Chamatkar
-15%Hindi Books, Rajasthani Granthagar, अध्यात्म की अन्य पुस्तकें, इतिहासShri Karni Mata Ke Chamatkar
श्री करणी माता के चमत्कार
हिन्दू धर्म की यह मान्यता है कि जब-जब धर्म एवं संस्कृति पर संकट आता है तब तब पृथ्वी पर देवी-देवता का अवतरण होता है। मां पार्वती (सती) के वचनानुसार चारण जाति में प्राचीनकाल से वर्तमान तक अनेक देवियों में अवतार लिये है जिसकी एक विस्तृत श्रृंखला है। Karni Mata Ke Chamatkar
चारण जाति ने अवतरित होने वाली देवियों में also श्री बांकल मां, श्री आवड मां, श्री खोडियार मां, श्री गूली मां, श्री होल मां, श्री आशी (आछी) मां, श्री सेसी (छेछी) मां, श्री रूपली मां, श्री बिरवड़ मां, श्री पीठड मां, श्री अम्बाजी, श्री देवल मां सिढ़ायच, श्री लाल बाई मां, श्री फूल बाई मां, श्री देवल मां मीसण, श्री करणी मां, श्री केसर मां, श्री गैदा मां, श्री सिद्धि मां, श्री गुलाल मां, श्री मोगल मां, श्री सैणल मां, श्री कामेही मां, श्री चापल मां, श्री नागबाई मां, श्री राजल मां, श्री गीगाई मां, श्री चन्दू मां, श्री बहुचरा मां, श्री बूट मां, श्री बलाल मां, श्री हरिया मां, श्री देवनगा मां, श्री इन्द्र मां, श्री सायर मां, श्री लूंग मां, श्री सोनल मां, आदि प्रमुख है।
इन सभी देवियों के प्रति आज भी जन-मानस में गहरी श्रद्धा व आस्था हैं। all in all इनके भव्य मन्दिर बने हुए है जहां लक्खी मेले भरे भरे जाते है। श्री करणी माता जन्म से लेकर ज्योर्तिलीन होने तक के इतिहास का वर्णन किया है। मातेश्वरी श्री करणी माता का ज्योर्तिलीन के बाद का भी बहुत चामत्कारिक इतिहास रहा है।
SKU: n/a -
Gita Press, Hindi Books, महाभारत/कृष्णलीला/श्रीमद्भगवद्गीता
Shri Krishna Code 872
भगवान् श्रीकृष्ण की लीलाएँ इतनी सरस तथा रोचक हैं कि उन्हें पढ़ कर मन भगवत्कृपा के अगाध सिन्धु में गोते लगाने लगता है। श्रीकृष्ण-चित्रकथा का यह भाग कुवलयापीड के उद्धार से लेकर भगवान् श्रीकृष्ण के परमधाम-गमन तक नौ सुन्दर तथा चुनी हुई लीलाओं से सजाया गया है। प्रत्येक कथा के दायें पृष्ठ पर उससे सम्बन्धित आकर्षक बहुरंगे चित्र भी दिये गये हैं।
SKU: n/a