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Veervar Rao Amar Singh Rathore


वीरवर राव अमर सिंह राठौड़ : राजस्थान के प्रख्यात वीरों में वीरवर राव अमरसिंह राठौड़ का अपना विशिष्ट स्थान रहा है। राव अमरसिंह राठौड़ का नाम समूचे उत्तर भारत में प्रसिद्ध है और इस प्रसिद्धि का कारण है उनका स्वाभिमान और आत्मसम्मान के लिए निर्भयता पूर्वक अपने प्राणों का उत्सर्ग करना। अमरसिंह राठौड़ ने मुगल सम्राट शाहजहाँ के भी दरबार में सलावत खां का काम तमाम किया। उनका यह अद्भुत शीर्ष व पराक्रम युक्त कार्य राजपूती आन, बान और शान का प्रतीक बन गया।
चाहे जो कारण रहा हो इतिहास के पन्नों में इस वीर के पराक्रम का ठीक से आंकलन नहीं हुआ पर यहाँ के कवियों, साहित्यकारों, लोक कलाकारों ने (खास कर कठपुतली के ख्याल के माध्यम से) इस वीर की साहसिक घटना को इतनी विशिष्टता से प्रदर्शित किया की अमरसिंह राठौड़ क्षत्रियत्व के प्रतीक और जन-जन के नायक बन गये। ऐसे उद्भट व स्वाभिमानी वीर का पराक्रम कभी विस्मृत नहीं हो सकता। यह स्वाभिमानी वीर जन-जन की श्रद्धा और प्रेरणा का आधार बनकर सदा के लिए अमर हो गया।
चार सौ वर्ष बीतने के बाद भी राव अमरसिंह राठौड़ की यशकीर्ति आज भी कायम है। निसंदेह शौर्य, स्वाभिमान, पराक्रम व आत्मसम्मान युक्त उनकी जीवन गाथा सदैव वीरत्व की अद्भुत स्फुरणा प्रदान करती रहेगी।

Rs.150.00

वीरवर राव अमर सिंह राठौड़

Weight 0.500 kg
Dimensions 8.7 × 5.51 × 1.57 in

AUTHOR: Himmat Singh Rathore
PUBLISHER: RG GROUP
LANGUAGE: Hindi
ISBN: 0000
COVER: HB
WEIGHT: 500 GMS

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