Publisher : Rajpal and Sons
ISBN13 : 9789389373912
Author : Tak, Era
Format : PB
Language : Hindi
Chaubis Chhattis Zero One (PB)
– प्रो. रामबक्ष जाट, साहित्य के गंभीर अध्येता और आलोचक‘‘दिल को मोह लेने वाला, नए युग का नैरेटिव। यह तहज़ीबी ज़िन्दगी के मूल्यों से जहाँ हमें परिचित कराता है, वहीं हमारे समय की भाषा और समाज में जारी तब्दीलियों को भी पेश करता है।’’
– रहमान अब्बास, साहित्य अकादेमी द्वारा पुरस्कृत उर्दू उपन्यासकार‘‘इरा के गद्य में पद्य जैसा प्रवाह है, जिसके चलते इस उपन्यास में इरा आपको पढ़ा नहीं रही हैं बल्कि ‘दिखा’ रही हैं। लगता है जैसे आप एक मंजे हुए निर्देशक की कोई फ़िल्म देख रहे हैं जो किसी साहित्यिक कृति पर आधारित है।’’
– आलोक श्रीवास्तव, प्रसिद्ध शायर और गीतकार
‘स्त्री शक्ति पुरस्कार, 2023’, ‘चंदबरदाई युवा रचनाकार पुरस्कार, 2017’, ‘प्राउड डाटर आफ़ इंडिया, 2017’ से सम्मानित इरा भाकुनी टाक लेखिका, चित्रकार और फ़िल्मकार हैं। अभी तक इनके दो कहानी-संग्रह, एक उपन्यास, दो आडियो नावेल और तीन काव्य-संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। अपने चित्रों की वे दस एकल प्रदर्शनी कर चुकी हैं और फ़िल्ममेकर के रूप में वे पाँच शार्ट फ़िक्शन फ़िल्में बना चुकी है। वे बालीवुड में पटकथा लेखन व स्वतंत्र साहित्य लेखन करती हैं।
Rs.235.00 Rs.265.00
Weight | 0.350 kg |
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Dimensions | 8.7 × 5.57 × 1.57 in |
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मैं चाहता हूँ कि मेरे लेखों को कोई प्रमाणभूत न समझे। यही मेरी विनती है। मैं तो सिर्फ यह चाहता हूँ कि उनमें बताए गए प्रयोगों को दृष्टांत रूप मानकर सब अपने-अपने प्रयोग यथाशक्ति और यथामति करें। मुझे विश्वास है कि इस संकुचित क्षेत्र में आत्मकथा के मेरे लेखों से बहुत कुछ मिल सकेगा; क्योंकि कहने योग्य एक भी बात मैं छिपाऊँगा नहीं। मुझे आशा है कि मैं अपने दोषों का खयाल पाठकों को पूरी तरह दे सकूँगा। मुझे सत्य के शास्त्रीय प्रयोगों का वर्णन करना है। मैं कितना भला हूँ, इसका वर्णन करने की मेरी तनिक भी इच्छा नहीं है। जिस गज से स्वयं मैं अपने को मापना चाहता हूँ और जिसका उपयोग हम सबको अपने-अपने विषय में करना चाहिए।
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संदीप देवसंदीप देव मूलतः समाज शास्त्र और इतिहास के विद्यार्थी हैं | बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से स्नातक (समाजशास्त्र) करने के दौरान न केवल समाजशास्त्र, बल्कि इतिहास का भी अध्ययन किया है । मानवाधिकार से परास्नातक की पढ़ाई करने के दौरान भी मानव जाति के इतिहास के अध्ययन में इनकी रुचि रही है । वीर अर्जुन, दैनिक जागरण, नईदुनिया, नेशनलदुनिया जैसे अखबारों में 15 साल के पत्रकारिता जीवन में इन्होंने लंबे समय तक क्राइम और कोर्ट की बीट कवर किया है । हिंदी की कथेतर (Non-fiction) श्रेणी में संदीप देव भारत के Best sellers लेखकों में गिने जाते हैं । इनकी अभी तक 9 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं । संदीप देव भारत में Bloombury Publishing के पहले मौलिक हिंदी लेखक थे, लेकिन वैचारिक कारणों से इन्होंने Bloombury से अपनी अब तक प्रकाशित सभी पुस्तकें वापस ले ली हैं । ऐसा करने वाले वो देश के एक मात्र लेखक हैं | इसके उपरांत कपोत प्रकाशन को पुनः प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया। वर्तमान में संदीप देव हिंदी के एकमात्र लेखक हैं, जिनकी पुस्तकों ने बिक्री में लाख के आंकड़ों को पार किया है | संदीप देव indiaspeaksdaily.com के संस्थापक संपादक हैं ।
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