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Sadhana Sutra


थोड़े से साहस की जरूरत है और आनंद के खजाने बहुत दूर नहीं हैं। थोड़े से साहस की जरूरत है और नर्क को आप ऐसे ही उतार कर रख सकते हैं, जैसे कि कोई आदमी धूल-धवांस से भर गया हो रास्ते की, राह की, और आ कर स्नान कर ले और धूल बह जाए। बस ऐसे ही ध्यान स्नान है। दुख धूल है। और जब धूल झड़ जाती है और स्नान की ताजगी आती है, तो भीतर से जो सुख, जो आनंद की झलक मिलने लगती है, वह आपका स्वभाव है।
ओशो

Rs.860.00

पुस्तक के मुख्य विषय-बिंदु:

कैसे दुख मिटे? कैसे आनंद उपलब्ध हो?
महत्वाकांक्षा अभिशाप है।
जीवन में आत्म-स्मरण की जरूरत कब पैदा होती है?
यदि परमात्त्मा सभी का स्वभाव है तो संसार की जरूरत क्या है?

विषय सूची
प्रवचन 1 : महत्वाकांक्षा
प्रवचन 2 : जीवन की तृष्णा
प्रवचन 3 : द्वैतभाव
प्रवचन 4 : उत्तेजना एवं आकांक्षा
प्रवचन 5 : अप्राप्य की इच्छा
प्रवचन 6 : स्वामित्व की अभीप्सा
प्रवचन 7 : मार्ग की शोध
प्रवचन 8 : मार्ग की प्रा‍प्ति
प्रवचन 9 : एकमात्र पथ-निर्देश
प्रवचन 10 : जीवन-संग्राम में साक्षीभाव
प्रवचन 11 : जीवन का संगीत
प्रवचन 12 : स्वर-बद्धता का पाठ
प्रवचन 13 : जीवन का सम्मान
प्रवचन 14 : अंतरात्मा का सम्मान
प्रवचन 15 : पूछो—पवित्र पुरुषों से
प्रवचन 16 : पूछो—अपने ही अंतर‍तम से
प्रवचन 17 : अदृश्य का दर्शन

Weight .550 kg
Dimensions 8.50 × 7.25 × 1.57 in

AUTHOR: OSHO
PUBLISHER: Osho Media International
LANGUAGE: Hindi
ISBN:9788172610999
PAGES: 308
COVER: HB
WEIGHT :550 GM

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