परशुराम (सांस्कृतिक अनूठा महाकाव्य)
- You cannot add "Jaane-Maane Itihaskar : Karyavidhi, Disha Aur Unke Chhal (Hindi, Arun Shauri)" to the cart because the product is out of stock.
Parashuram (Epic)
कविवर श्यामनारायण पाण्डेय आधुनिक हिन्दी साहित्य में एक श्रेष्ठ वीर काव्य प्रणेता के रूप में विख्यात थे। ‘हल्दीघाटी’ और ‘जौहर’ जैसे वीर-रस प्रधान प्रबन्ध काव्यों की रचना करके आपने प्रभूत यश अॢजत किया। प्रस्तुत प्रबन्ध काव्य परशुराम इसी परम्परा में रचित एक उत्कृष्ट कृति है। कवि ने तेईस सर्गों के इस सांस्कृतिक महाकाव्य में भृगुवंशावतंस भगवान् परशुराम को नायक के रूप में अवतरित किया है, प्रतिनायक है हैहय वंशी प्रतापी सम्राट सहस्रार्जुन। सहस्रार्जुन को कवि ने एक धर्म-विध्वंसक, अनाचार-रत, लोक-पीड़क, मदान्ध एवं निरंकुश शासक के रूप में चित्रित किया है। हैहयवंशी सहस्रार्जुन शक्तिमद से उन्मत्त होकर आश्रम संस्कृति प्रधान आर्य धर्म को समूल विनष्ट करने पर तुला हुआ था। भृगुवंशी परशुराम ने बिखरी हुई आश्रम-शक्ति को संघटित किया और अपने नेतृत्व में अत्याचारी सहस्रार्जुन का वध करके आर्य-धर्म की ध्वजा फ हरायी।
Rs.100.00
Weight | .250 kg |
---|---|
Dimensions | 8.66 × 5.57 × 1.57 in |
AUTHOR : Shyam Narayan Pandey
PUBLISHER : Vishwavidyalaya Prakashan
LANGUAGE : Hindi
ISBN : 9788171248629
BINDING : (PB)
PAGES : 176
Based on 0 reviews
Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.
There are no reviews yet.