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Kayakalp


कायाकल्प प्रेमचंद का एकमात्र उपन्यास है जिसमें चमत्कार की महिमा दिखाई गई है और पूर्वजन्म को कथा का आधार बनाया गया है। लेकिन इस उपन्यास के ज़ोरदार हिस्से वे हैं जहाँ प्रेमचंद ने हाड़-मांस के आदमियों के जीवन पर दृष्टि केंद्रित कर उनके चरित्रों की अच्छाइयों और बुराइयों का चित्रण किया है। कथाकारों ने जनता के दमन की कथा पहले भी लिखी थी। इस उपन्यास की खूबी यह है कि जनता दमन से आतंकित न हो कर उसका मुकाबला करने के लिए आगे बढ़ती है। धर्म की आड़ में होने वाले सांप्रदायिक दंगों का भी असरदार चित्रण है।

Rs.425.00

Author – Premchand
ISBN – 9788170551898
Language – Hindi
Binding: Hardcover
Pages – 320

Weight .550 kg
Dimensions 7.50 × 5.57 × 1.57 in

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