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Kashmir : Itihas Aur Parampara


‘नीलमत पुराण’ में कहा गया है कि कश्मीर स्वाध्याय एवं ध्यान में मग्न रहनेवाले और निरन्तर यज्ञ करनेवालों की भूमि रही है। यह हिमालय-पर्वतमाला की गोद में बसा एक सुरम्य प्रदेश है। लेकिन अपनी दुर्गम भौगोलिकता के कारण यह बाह्य-जगत् की पहुँच से दूर रहा है।

प्राचीन काल में कश्मीर प्रदेश गन्धार जनपद के अन्तर्गत आता था। सातवीं शताब्दी ई. के प्रारम्भ में यहाँ नाग जाति के कर्कोटक राजवंश का उदय हुआ; जिसके संस्थापक दुर्लभवर्द्धन के समय से कश्मीर का व्यवस्थित इतिहास मिलता है। उनके पौत्र ललितादित्य ने गुप्तोत्तर काल में एक साम्राज्य खड़ा किया; और प्रसिद्ध मार्तण्ड-मन्दिर का निर्माण भी कराया।

1339 ई. तक कश्मीर एक स्वशासित हिन्दू राज्य था। परन्तु मध्यकालीन हिन्दू राजाओं की दुर्बलता और उनके सामन्तों के षड्यन्त्रों के कारण वहाँ का वातावरण अराजक हो गया, जिसका लाभ उठाते हुए 1339 ई. में शाहमीर नामक एक मुसलमान ने कश्मीर के सिंहासन पर कब्जा कर लिया।

कल्हण ने ‘राजतरंगिणी’ में ललितादित्य से कहलवाया है कि ”इस देश को सुशासित तथा प्रगतिशील बनाये रखने के लिए अन्तर्कलह से बचना आवश्यक है।” इसके कारण कश्मीर ने भारी कीमत चुकाई है। ‘नीलमत पुराण’ साक्षी है कि महर्षि कश्यप के समय से ही कश्मीर के स्थानीय लोगों ने विस्थापन की गहरी पीड़ा को महसूस किया है और आधुनिक काल में कश्मीरी हिन्दुओं को विस्थापन ने जितने दर्द दिये हैं, वह तो अकथनीय है।

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KUMAR NIRMALENDU
कुमार निर्मलेन्दु

जन्म : 21 अक्टूबर, 1967 को बिहार, मुंगेर के शेखपुरा ज़िले के सादिकपुर नामक गाँव में।
शिक्षा : इतिहास से एम.ए.। हिन्दी साहित्य और इतिहास दोनों ही विषयों में समान रूप से सक्रिय। साहित्य, कला एवं संस्कृति सम्बन्धी विषयों पर विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में अनियमित लेखन।
प्रकाशित और सम्पादित पुस्तकें : ‘मगधनामा’ तथा ‘उपकार सामान्य हिन्दी : रूपरेखा, व्याकरण एवं प्रयोग’। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय, वर्धा के प्रो. कृष्ण कुमार सिह के साथ मिलकर ‘प्रेमचन्द : जीवन-दृष्टि और संवेदना’ नामक पुस्तक का सम्पादन, डॉ. गणेश पाण्डेय के साथ मिलकर ‘यात्रा’ नामक एक अनियतकालीन साहित्यिक लघु पत्रिका का सम्पादन।
कुछ अन्य किताबें प्रकाशन की प्रक्रिया में। सम्‍प्रति : विगत तो दशकों से राजकीय सेवा में। वर्तमान में उत्तर प्रदेश खाद्य एवं रसद विभाग में राजपत्रित अधिकारी के रूप में कार्यरत।

सम्पर्क : ज़िला आपूर्ति अधिकारी, कौशाम्बी, उत्तर प्रदेश।

Weight 0.490 kg
Dimensions 8.7 × 5.57 × 1.57 in

AUTHOR : Kumar Nirmalendu
ISBN : 9789392186721
Language : HINDI
Publisher: Lokbharti Prakashan
Binding : HB
Pages : 270
WEIGHT : 0.450Kg

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