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Jo Bhi Kahoonga Sach Kahoonga (PB)

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प्रस्तुत पुस्तक अजीत भारती की चौथी पुस्तक है। व्यंग्य की विधा में ‘बकर पुराण’ से अपनी अलग पहचान बना चुके लेखक ने दोबारा उसी विधा में वापसी की है। ‘जो भी कहूँगा, सच कहूँगा’ राजनैतिक व्यंग्य संग्रह है जिसमें भारत की न्यायिक व्यवस्था, नेताओं और पार्टियों समेत चौथे स्तंभ मीडिया पर चुभते हुए कटाक्ष हैं। जज और न्यायालयों पर उनके द्वारा लिखे कटाक्ष से सरकार इतनी हिल गई कि भारत के अटॉर्नी जनरल ने लेखक पर सुप्रीम कोर्ट में आपराधिक अवमानना (क्रिमिनल कन्टेम्प्ट) का केस चलाने की अनुमति दे दी। उनकी अन्य पुस्तकों में एक लघु उपन्यास ‘घरवापसी’ और एक कथा संग्रह (अंग्रेजी में) ‘There Will Be No Love’ शामिल हैं। अजीत भारती 12 वर्षों से पत्रकारिता और साहित्यिक लेखन करते रहे हैं। वर्तमान में वो ‘DO Politics’ के सह-संस्थापक और संपादक के रूप में पत्रकारिता में सक्रिय हैं।

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About the Author

Ajeet Bharti
बिहार के बेगूसराय ज़िले के छोटे से गाँव रतनमन बभनगामा में जन्मे अजीत भारती की शुरूआती शिक्षा सैनिक स्कूल तिलैया में हुई। किरोड़ीमल कॉलेज़ (DU) से अंग्रेज़ी साहित्य में स्नातक किया। तदोपरांत पत्रकारिता में स्नातकोत्तर किया। फिर TOI, ET और IANS में काम किया। फिर सहायक प्रोफ़ेसर के रूप में दिल्ली के एक कॉलेज़ में पत्रकारिता की शिक्षा भी दी।

Weight 0.330 kg
Dimensions 8.7 × 5.51 × 1.57 in

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