Hemant Kumar
हेमन्त कुमार भारतीय रेल के वरिष्ठ अधिकारी हैं। उन्होंने महाराजा एक्सप्रेस तथा नए ईएमयू कोचों की डिजाइनिंग में अहम भूमिका निभाई है। वे पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक के महत्त्वपूर्ण पद पर रहे।
श्री कुमार को रेल के डिब्बों को आकार देने में ही महारथ हासिल नहीं है, बल्कि एहसास और भावनाओं को शब्दों में रँगकर सुलेखों में पिरोने का काम भी वे दक्षता से करते हैं। वे आम आदमी से जुड़े विषयों पर लिखने में रुचि रखते हैं तथा अपने विचारों को ‘धाकड़वाणी’ ब्लॉग के माध्यम से व्यक्त करते हैं। उनकी पहली पुस्तक कुंडलिया छंद पर आधारित ‘कह धाकड़ कविराय’ वर्ष 2014 में प्रकाशित हुई।
Hindi Books, Prabhat Prakashan, इतिहास
Dhakadvani
समसामयिक विषयों पर रचित इन आलेखों में समाज की विभिन्न गतिविधियों एवं परिस्थितियों का प्रतिबिंब बखूबी झलकता है। ये रचनाएँ विविध सांस्कृतिक, सामाजिक, राजनीतिक और पारिवारिक अभिव्यंजनाओं के मानदंड को अभिव्यक्त करती हैं। इन आलेखों को सारगर्भित परंतु सरल भाषा में सँजोया गया है। लेखक ने अपनी बात ‘धाकड़’ तरीके से कही है और सभी रचनाएँ बेमिसाल हैं। इस ‘धाकड़वाणी’ में वह सबकुछ है, जो एक आला दरजे की पुस्तक के लिए जरूरी होता है। यह पुस्तक पाठकों को चिंतन, संवेदना, कटाक्ष के साथ-साथ व्यंग्य की तीक्ष्ण धार एवं समाज की जीवन-झाँकी से अवश्य रूबरू कराएगी।
Rs.225.00 Rs.250.00
Weight | 0.350 kg |
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Dimensions | 8.7 × 5.57 × 1.57 in |
- Hemant Kumar
- 9789351869092
- Hindi
- Prabhat Prakashan
- 2016
- 136
- Hard Cover
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