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BHARAT KA ITIHAS


वर्तमान सामाजिक और राजनैतिक माहौल में हम अपने इतिहास को नजरअंदाज करने लगे हैं। आज निचले वर्ग केपाठ्यक्रम में भी इतिहास एक स्वतंत्र विषय के रूप में नहीं रह गया। उसे सामाजिक विज्ञान का एक छोटा सा अंश बना दिया गया है। फलतः छात्रों को अपने देश के इतिहास से पूरा परिचय नहीं हो पाता। वे अपने पूर्वजों की आन, बान और शान से, उनके त्याग व बलिदान से उनकी शूरता एवं वीरता से परिचित नहीं हो पा रहे हैं। उनमें राष्ट्रीयता की भावना का लोप होने लगा है। यह स्थिति चिंताजनक है। सरकार, शिक्षक सबका दायित्व है कि वे छात्रों में इतिहास प्रेम जगाने का प्रयास करें।
भारतीय इतिहास की यह पुस्तक मैंने इसी भावना से प्रेरित होकर लिखी है। मैंने इसमें मुख्य रूप से मुगलकालीन एवं ब्रिटिशकालीन भारत की राजनैतिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक और सांस्कृतिक दशाओं पर प्रकाश डालने का एक छोटा सा प्रयास किया है। मैंने छात्रों को यह बताने का प्रयास किया है कि हमारे इतिहास ने कहाँ-कहाँ चूक की है, जिसका लाभ उठाकर विदेशियों ने कितनी बार हमारे सोने की चिडि़या के पर कुतरने की कोशिश की है। फिर भी हम अपनी अस्मिता को बचाए रखे हैं। पुस्तक की सफलता या विफलता तो पाठकों के निर्णय पर है।

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Yogendra Prasad

योगेन्द्र प्रसाद जन्म : जनवरी, 1939 शिक्षा : एम.ए.डिप.एड. सेवा अवधि : (1960 से 1999 तक) शिवनन्दन प्रसाद मंडल इंटर स्कूल, मधेपुरा (बिहार)। उच्च विद्यालय धवौली सहरसा (बिहार)।प्रकाशित पुस्तकें : ‘विश्व इतिहास प्रश्नोत्तरी’, ‘तत्कालीन हिंदी साहित्य प्रश्नोत्तरी’।स्थायी पता : को ऑपरेटिव कॉलोनी, पूर्णिया (बिहार)।

Weight 0.600 kg
Dimensions 8.7 × 5.57 × 1.57 in
  •  Yogendra Prasad
  •  9789390600106
  •  Hindi
  •  Prabhat Prakashan
  •  1
  •  2021
  •  368
  •  Soft Cover

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